गाजियाबाद। एक तरफ कावड़ लाने वाले भोलो की कतार लगी हुई है तो वही दूसरी तरफ भोलो की सेवा करने के लिए समाजसेवी भोले रोड़ पर उतर गए है।
भोलो की कावड़ लाने से ज्यादा समाज सेवी भोलो की मेहनत ज्यादा होती है। जैसे कि लोगो को रोड़ पर देख भाल करना ट्रेफिक व्यवस्था देखना वही खुद भूखे प्यासे होकर जल लेकर आ रहे भोलो की पूरी तरह से सेवा करनी ।
इतना सब कुछ करने के बाद भी पुलिस प्रशासन तक अन्य सरकारी विभाग के लोग रोड़ पर उतर गए है। कि सभी भोले भली भांति कावड़ लाए ओर कोई दुघटना नही हो।


फिर भी कुछ अन्य लोग इस मे दुविधा डालते है। और दुर्घटना का खुद कारण बनते है और भला बुरा समाजसेवी भोलो को बोलते है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है।
कृष्णा नगर मस्जिद के बाहर से रोजाना श्री राम पिस्टन के कुछ बदतमीज लोग रोड की बल्ली या डंडा हटाकर रोड़ पार करते है और दूसरे लोगो को भी रास्ता दिखाते है। ये खुद दुर्घटना का शिकार होते है। बाद मैं बुराई प्रशासन और समाजसेवी भोलो को देते है। कृष्णा नगर के साकिर भोले ,निवेश शर्मा भोले,अरुण राघव भोले,मुकीम भोले,ओर पीयूष त्यागी भोले ने व्यवस्था सम्भालते हुए रोड़ पार करते लोगो को रोका गया। जिससे वह लोग दुर्घटना का शिकार नही हो और उन्हें समझाया गया यहाँ रास्ता बंद है आगे से खुला है वहाँ से जा सकते है।जब वह लोग नही माने तो समाजसेवी भोलो ने उन सभी लोगो को एक एक कर पकड़ा और पुलिस के हाथ पकड़वा दिया और दुर्घटना होने से रोका गया।