बालेसर । गांवो में मेला आयोजन करने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत के साथ मेला आयोजन कमेटी की होती है मेला आयोजन के बाद मेला स्थल पर पॉलिथीन के साथ कागज के गत्ते जगह-जगह बिखर जाते हैं जिसकी साफ सफाई का काम भी कमेटी एवं ग्राम पंचायत का होता है लेकिन यह कमेटियां मेला आयोजन के बाद साफ सफाई का काम भूल जाती है ।
हर बार मेला लगने के बाद चारो तरफ कचरा इधर-उधर बिखरा पड़ा नजर आता है जिससे स्वच्छता के साथ खिलवाड़ तो होता ही है साथ ही साथ यह कचरा गोवंश को भी भारी नुकसान पहुचाता है ।
धीरपुरा ग्राम पंचायत के प्रसिद्ध धाम करनदास जी महाराज बाबा की निम्बडी मंदिर प्रांगण में सोमवार को विशाल मेला भरा गया था मेले के दौरान आयोजक कमेटी के सदस्य मेला स्थल पर लगे हाट बाजार से दुकानदारों से पैसे की उगाही करने में बड़े ही सक्रियता से भूमिका निभाते है लेकिन मेले के दूसरे दिन मेला स्थल पर जगह-जगह प्लास्टिक की थैलियों के साथ कागज के गत्तों की ढेरी लग जाती है,जिसकी साफ सफाई मे कमेटी पूरी तरह से निष्क्रिय रहती है,मेला स्थल को देखकर क्षेत्र के प्रोफेसर डॉ अर्जुन लाल यादव ने साफ-सफाई एंव गोवंश को बचाने के मध्यनजर रखते हुए बाबा की निम्बडी़ मेला स्थल पर इधर-उधर बिखरी पडी़ पॉलीथिन की थैलियां एंव कागज के टुकड़ों को एकत्रित कर साफ सफाई का अभियान चलाया,अभियान मे बच्चो ने बड़े ही तन्मयता से अपनी भूमिका अदा करते हुए मेला स्थल को साफ सुथरा बनाया इस सराहनीय पहल को लेकर क्षेत्रवासी उनकी भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए नजर आए।