भारती फाउंडेशन के जिला समन्वयक राम किशोर यादव ने बताया की भारती फाउंडेशन जोधपुर व पाली जिलों में सभी 28 सत्य भारती स्कूलो में आज बच्चो के अभिभावक को PTM मीटिंग कर के बताया गया की कैसे अपने बच्चो को ऑनलाइन ऐप के द्वारा पढ़ा सकते है और सभी बच्चो को कक्षा 4 से 8 तक के बच्चो को आईडी और पॉसवर्ड दिया गया। जिसके द्वारा बच्चे अपने अभिभावक के सहयोग से व स्कूल में अध्यापक के सहयोग से ऑनलाइन इंग्लिश और गणित सीखेंगे।
सत्य भर्ती स्कूल तेना के क्लस्टर कोऑर्डिनेटर दुर्गेश शर्मा ने बताया कि, कैसे आप अपने बच्चो को ऑनलाइन ऐप्स के द्वारा लाभ उठा सकते है। ऑनलाइन ऐप्स की मदद से ऐप्स ग्राफिक, एनीमेशन और वीडियो कंटेंट के जरिए विद्यार्थियों को बेस्ट कंटेंट उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं। हेड टीचर शेरा राम ने विद्यार्थियों के लिए उपयोगी ऐसे ही दो ऐप्स के बारे में बताया कि इन एप्स का आर्थिक भार भारती फाउंडेशन के द्वारा उठाया जायेगा।
इससे विद्यार्थियों को इन विषयों द्वारा तेजी से रिवाइज करने में आसानी होती है | इस ऐप के जरिए विद्यार्थियो के खुद की क्षमताओं का आंकलन भी कर सकते हैं. इसके लिए इसमें एग्जाम के पैटर्न में मॉक टेस्ट पेपर्स दिए गए हैं।
स्मार्टफोन डिवाइस 21वीं सदी के सबसे बड़े तकनीकी बदलाव की प्रतीक है मोबाइल एप आधारित ऑनलाइन लर्निंग ने जिस बदलाव की शुरुआत की है, उसका बेहतर फायदा व्यक्तिगत स्तर हो रहा है, मोबाइल टेक्नोलॉजी की सबसे बड़ी खासियत है कि यह अन्य तकनीकों के मुकाबले कहीं ज्यादा यूजर फ्रैंडली है।
रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुका स्मार्टफोन आज के प्रतिस्पर्धी दुनिया में स्किल डेवलपमेंट का सबसे बड़ा जरिया बन चुका है | मोबाइल उपभोक्ताओं और मोबाइल एप की बढ़ती संख्या उन कंपनियों के लिए ढेरों मौके ला रही हैं, जो इ-लर्निंग की दिशा में उपभोक्ताओं के बर्तावों को परखने की लगातार मशक्कत कर रही हैं। आज औपचारिक प्रशिक्षण से लेकर रोजाना की जानकारी के लिए मोबाइल एप सबसे बेहतर और सबसे विश्वसनीय माध्यम बन चुके हैं।