जैसलमेर में सैन्य गतिविधि के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए नाहरसिंह नगर तेना निवासी हवलदार पदमसिंह की धर्मपत्नी वीरागंना संतोष कंवर ने पुत्र को जन्म दिया,पुत्र रत्न की प्राप्ति होने पर गांव में चहु और खुशी का माहौल है l
नहीं भूल सकते गांव के लोग जब तिरंगे में लिपटा आया था शहीद का शव
भले ही शहीद की शहादत को पांच महीने बीत चुके हों, लेकिन ग्रामीणों के अनुसार वे उस दिन को कभी नहीं भूल सकते जब शहीद पदम सिंह का शव तिरंगे में लिपट कर गांव में राजकीय सम्मान के साथ आया था।