घरों पर जलाएंगे दीपक
विश्व कल्याण की होगी कामना

अमर यादव@बालेसर । प्रति वर्ष चैत्र शुक्ला सप्तमी-अष्टमी को बालेसर के जुढिया गाँव में सैणी माता का दो दिवसीय भव्य जयंती महोत्सव मनाया जाता है । जिसमें दूर दराज के हजारों श्रद्धालू भाग लेते हैं । जिनके रुकने व भोजनादि की समुचित व्यवस्था श्री सैणलाराय सेवा संस्थान् नामक ट्रस्ट द्वारा की जाती है ।
थळवट क्षेत्र के इस विराट आयोजन में सप्तमी की रात को भक्ति संध्या व प्रतिभा सम्मान समारोह तथा अष्टमी को जयंती पर हवन तथा दिव्य शोभा यात्रा निकाली जाती है जो मुख्य मंदिर से राजगढ धोरे पर स्थित सोनथळी तक जाती है जहाँ सगत सुवाबाईसा ज्योत करके हैं तथा नाहटा जाति की कन्या देवी को गुड़ से बनी प्रसादी का भोग लगाती है ।

हालांकि लॉक डाउन से पहले मेले की सभी तैयारियाँ पूरी की जा चूकी थी । परंतु कोरोना वायरस के कारण लागु लॉक डाउन और सभी के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ट्रस्ट प्रवक्ता नारायणसिंह तोलेसर ने बताया कि ट्रस्ट ने इस बार श्री सैणल धाम जुढिया में यह आयोजन निरस्त कर दिया है तथा सभी सैणल भक्तों से अपील की कि वे इस बार अपने अपने घरों में ही मां सैणल का जयंती महोत्सव मनाएं ।
क्योंकि राष्ट्रीय स्वास्थ्य के हित में श्री सैणल धाम जुढिया में इस बार पहले से तयसुदा कार्यक्रम किया जाना संभव नहीं होगा ।
इसलिए सभी सैणल भक्त 31 मार्च व एक अप्रेल को अपने अपने घरों में ही ज्योत , देवियाण पाठ व मानस शोभा यात्रा की अनुभूति करेंगे।
और दोनों ही दिन ( चैत्र शुक्ला सप्तमी-अष्टमी, 31 मार्च-01 अप्रेल 2020) को सांध्य आरती वेला में अपने -अपने घरों पर ही दीपांजली करके मां का घर पर ही आह्वान करेंगे ।
इस दौरान सोशियल- फिजीकल डिस्टेंसिंग की पूर्ण पालना करके मां सैणल से कोरोना के कहर से मानवता को बचाने की अरदास की जाएगी।