

अनिल कुमार सोनी
प्रभारी बिहार
बगहा (प.चम्पारण) हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस के रूप में मनाये जाने वाले इस दिवस के अवसर पर पर्यावरण प्रेमी गजेंद्र यादव ने
तिरहुत नहर के बाँध पर, बरगद के पौधों के साथ अनेक तरह के पेड़-पौधों का पौधारोपण किये.
पर्यावरण प्रेमी ने सभी लोगो से अपील करते हुए कहाँ कि आज विश्व पृथ्वी दिवस पर हर किसी को इस नेक कार्य मे बढ़ – चठ कर हिस्सा लेनी चाहिए.
सभी लोगो को अपने घरों के अगल-बगल, आस-पड़ोस साफ सफाई रखते हुए, पेड़ पौधे लगा कर , पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाना चाहिए साथ ही प्लास्टिक मुक्त भारत बनाने और जल को दूषित होने से बचाने मे हर किसी को कदम से कदम मिलाकर एक साथ चलना चाहिए.
अभी के समय में पर्यावरण जितनी तेजी से प्रदूषित हो रहा है नतीजा तमाम तरह कि बिमारियां फ़ैल रही है उसे रोकने का एक सहज़ उपाय है सभी का एकमत होकर पर्यावरण को दूषित होने से बचाना है.
पर्यावरण प्रेमी ने यह भी कहाँ कि हमलोगों को हर दिन को ही पृथ्वी दिवस मानकर उसके संरक्षण के लिए कुछ न कुछ करते रहना चाहिए।
जिससे पृथ्वी दूषित वातावरण से शुद्ध हो कर हरियाली युक्त, हो सके।
व्यस्तम जीवन में विश्व पृथ्वी दिवस के दिन ही हमलोगों का थोड़ा बहुत योगदान मात्र से भी धरती को हरा-भरा, शुद्ध किया जा सकता है.
यदि हम संकल्प ले कि.
हर परिसर, हरा परिसर.
यदि विश्व पृथ्वी दिवस को सोशल मीडिया के माध्यम से याद नहीं दिलाया जाता तो शायद कम ही लोगों को यह याद भी रहता कि आज विश्व पृथ्वी दिवस है.
जागरूकता को जगाने से पहले याद दिलाने की जिम्मेदारी को भी समाचार माध्यमों के बाद सोशल मीडिया को ही उठानी पड़ती है,
इसलिए आइये हमसब मिलकर इसे बचाये, पृथ्वी दिवस मनाये।
पृथ्वी बहुत ही व्यापक शब्द है जिसमें जल, हरियाली, वन्यप्राणी, प्रदूषण और इससे जु़ड़े अन्य कारक भी हैं। धरती को बचाने का आशय है इसकी रक्षा के लिए पहल करना।
यह किसी एक व्यक्ति, संस्था या समाज की चिंता मात्र तक सीमित विषय नहीं होकर सभी लोगों कि जिम्मेदारी बनती है कि पृथ्वी को सुंदर और साफ बनाये, प्लास्टिक मुक्त बनाये, पेड़ लगाए, हर आँगन महकाये।
