जे पी मौर्या, ब्यूरो चीफ, गाज़ियाबाद साहिबाबाद में अर्थला झील की जमीन पर बने मकानों को नगर निगम द्वारा तोड़ने की खबर मिलते ही स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। इसी बात को लेकर आज सोमवार को नितिन कुमार की अगुवाई में बड़ी संख्या में अर्थला झील के ग्रामीण लोग कलक्ट्रेट पहुंचे और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान उन्होंने डीएम रितु माहेश्वरी को एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन की प्रतिलिपि नगरायुक्त और एसएसपी को भी दी गई।उनका कहना है कि अर्थला झील की जमीन पर बने करीब 550 मकान तोड़ने पर नगर निगम अड़ा है। उनका कहना है कि लोग इन मकानों में रह रहे हैं, अगर इन मकानों को तोड़ा गया तो लोग कहां जाएंगे। उनकी मांग है कि इन मकानों को न तोड़ा जाए। गौरतलब है कि रविवार के दिन मकान तोड़े जाने की संभावित कार्रवाई के विरोध में अर्थला झील की जमीन पर मकान बनाकर रहने वाले लोग झील के पानी में विरोध जताने के खड़े हो गये थे। बाद में मौके पर पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंची। उन्होंने जैसे-तैसे लोगों को झील से बाहर आने पर राजी किया। इन लोगों का कहना है कि किसी भी कीमत पर मकान नहीं तोड़े जाएंगे।