गाजियाबाद। लखनऊ की तर्ज पर हिंडन रिवर फ्रंट बनाने को जीडीए व सिंचाई विभाग ने संयुक्त प्रयास तेज कर दिए हैं। रिवर फ्रंट के विकास के लिए जमीन चिह्नित करने के लिए रविवार को जीडीए व सिंचाई विभाग की टीम ने हिंडन किनारे सर्वे अभियान चलाया। टीम ने करहेड़ा से हिंडन रेवले पुल तक की जमीन को रिवर फ्रंट के लिए परखा। अब इस जमीन पर कोई वाद तो दायर नहीं है, यह परखा जाएगा।
इसके बाद हिंडन रिवर फ्रंट के विकास की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। जीडीए की योजना हिंडन नदी पर राजनगर एक्सटेंशन और सिटी फॉरेस्ट दोनों साइट करीब 4 किमी एरिया में रिवर फ्रंट को विकसित करने की है। रिवर फ्रंट में लोगों के सुबह-शाम घूमने और प्रकृति के नजदीक रहने वॉकिंग कॉरिडोर बनाया जाना है।
वॉकिंग कॉरिडोर को कांक्रीट की जगह घास और छायादार पेड़-पौधों से सजाया जाएगा। हिंडन रिवर फ्रंट के जरिए शहरवासियों के लिए नया पिकनिक स्पॉट मिल सकेगा। रिवर फ्रंट के एक ओर सिटी फॉरेस्ट तो दूसरी ओर राजनगर एक्सटेंशन एलिवेटेड रोड का अनूठा नजारा दिखाई देगा। रिवर फ्रंट में टहलने केलिए वॉकिंग कॉरिडोर में जगह-जगह बेंच लगाई जाएंगी। रिवर फ्रंट के दोनों किनारों पर सुंदर लैंडस्केपिंग करने के साथ पौधे लगाए जाएंगे। वहीं, सड़क से सटाकर हरी घास लगाई जाएगी। रिवर फ्रंट की जमीन की तलाश को संयुक्त सर्वे किया गया। जीडीए वीसी कंचन वर्मा ने बताया कि रिवर फ्रंट के लिए तलाशी गई जमीन पर कोई विवाद तो नहीं है, इसकी पड़ताल की जाएगी।